वक़्त को पहचानिएगा। ।
दिल का कहना मानिएगा । ।
फिर क़दम पीछे हटें क्यूँ ,
दिल में जब कुछ ठानिएगा । ।
सब भरोसेमंद कब हैं ,
कौन क्या है जानिएगा । ।
मत उलझिए, उलझनों में ,
खाक़ कब तक छानिएगा । ।
आँख में आँसू नहीं हैं ,
दर्द को पहचानिएगा। ।
दिल का कहना मानिएगा । ।
फिर क़दम पीछे हटें क्यूँ ,
दिल में जब कुछ ठानिएगा । ।
सब भरोसेमंद कब हैं ,
कौन क्या है जानिएगा । ।
मत उलझिए, उलझनों में ,
खाक़ कब तक छानिएगा । ।
आँख में आँसू नहीं हैं ,
दर्द को पहचानिएगा। ।
No comments:
Post a Comment