Monday, October 7

हाल दुनिया का बहुत खस्ता मिलेगा।
दूध से पानी कहाँ सस्ता मिलेगा। ।

ढूँढने निकलोगे बचपन को जहाँ भी ,
पीठ पर भारी लदा बस्ता मिलेगा। ।  

जल्दबाज़ी से मिलेगा क्या बताओ ,
जो मिलेगा यार आहिस्ता मिलेगा । ।

छोड़ दॊगे जब सहारा मांगना तुम ,
देख लेना उस  घड़ी रस्ता मिलेगा । ।

उंगलियों में जो चुभन सहता रहेगा ,
वक़्त से उसको ही गुलदस्ता मिलेगा। ।   
              

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