हाल दुनिया का बहुत खस्ता मिलेगा।
दूध से पानी कहाँ सस्ता मिलेगा। ।
ढूँढने निकलोगे बचपन को जहाँ भी ,
पीठ पर भारी लदा बस्ता मिलेगा। ।
जल्दबाज़ी से मिलेगा क्या बताओ ,
जो मिलेगा यार आहिस्ता मिलेगा । ।
छोड़ दॊगे जब सहारा मांगना तुम ,
देख लेना उस घड़ी रस्ता मिलेगा । ।
उंगलियों में जो चुभन सहता रहेगा ,
वक़्त से उसको ही गुलदस्ता मिलेगा। ।
दूध से पानी कहाँ सस्ता मिलेगा। ।
ढूँढने निकलोगे बचपन को जहाँ भी ,
पीठ पर भारी लदा बस्ता मिलेगा। ।
जल्दबाज़ी से मिलेगा क्या बताओ ,
जो मिलेगा यार आहिस्ता मिलेगा । ।
छोड़ दॊगे जब सहारा मांगना तुम ,
देख लेना उस घड़ी रस्ता मिलेगा । ।
उंगलियों में जो चुभन सहता रहेगा ,
वक़्त से उसको ही गुलदस्ता मिलेगा। ।
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