Saturday, December 7


आप चाहे जिधर जाइए।
ख़ुशबुओं -सा बिखर जाइए।।

चाहतों का समंदर लिए ,
आप दिल में उतर  जाइए।।

कल न रोकेंगे हम आपको ,
आज थोड़ा ठहर  जाइए।।

याद जो कर सके ज़िंदगी ,
कुछ-न- कुछ ऐसा कर जाइए।।

टूट जाएँ न यूँ हारकर ,
हौसला दिल में भर जाइए।।  

लम्हा-लम्हा हो यादों भरा ,
एक जादू-सा कर  जाइए।।  

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